यह तो बस शुरुआत है, और भी राष्ट्रीय पुरस्कार जीतना चाहती हूं: रानी मुखर्जी - statementtodaynews.com

यह तो बस शुरुआत है, और भी राष्ट्रीय पुरस्कार जीतना चाहती हूं: रानी मुखर्जी

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मनोरंजन डेस्क : मुंबई : अभिनेत्री रानी मुखर्जी अपने लगभग तीन दशक लंबे करियर में पहला राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार जीतने पर बहुत उत्साहित हैं और उन्हें उम्मीद है कि वह भविष्य में और भी पुरस्कार जीतेंगी।

‘अभी बहुत कुछ करना बाकी है’

रानी मुखर्जी (46) ने शुक्रवार को एक कार्यक्रम में यह टिप्पणी की। इस दौरान उनसे पूछा गया कि क्या यह सम्मान उनकी 1996 में शुरू हुई यात्रा का समापन है। इस पर उन्होंने कहा कि मैं इसे एक अनंत यात्रा के रूप में देखना चाहती हूं। यह जारी रहती है, मैं इसे अंत नहीं कहना चाहती क्योंकि अभी बहुत कुछ करना बाकी है, कई राष्ट्रीय पुरस्कार जीतने हैं। शायद यह सिर्फ शुरुआत है।

‘बियेर फूल’ (1996) से फिल्मी दुनिया में पदार्पण किया

मुखर्जी ने बांग्ला फिल्म ‘बियेर फूल’ (1996) से फिल्मी दुनिया में पदार्पण किया और फिर ‘कुछ कुछ होता है’, ‘गुलाम’, ‘चलते चलते’, ‘साथिया’, ‘हम तुम’, ‘ब्लैक’, ‘मर्दानी’ और ‘हिचकी’ जैसी ब्लॉकबस्टर हिंदी फिल्मों में काम किया। मंगलवार को 71वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उन्हें ‘मिसेज चटर्जी वर्सेस नॉर्वे’ में उनके अभिनय के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का पुरस्कार प्रदान किया। आशिमा छिब्बर द्वारा निर्देशित 2023 में प्रदर्शित यह फिल्म नॉर्वे में रहने वाली एक भारतीय मां देबिका चटर्जी (मुखर्जी) की कहानी है, जो अपने बच्चे से जबरन अलग किये जाने के बाद उसे वापस पाने के लिए अधिकारियों से लड़ती है।

प्रोटोकॉल के कारण बेटी नहीं आ पायी

समारोह में मुखर्जी अपनी बेटी आदिरा के नाम वाली सोने की चेन पहने हुए नजर आयीं। अभिनेत्री ने कहा कि उनकी नौ साल की बेटी समारोह में शामिल होना चाहती थी लेकिन प्रोटोकॉल के कारण ऐसा नहीं कर पायी। उन्होंने कहा कि हमें बताया गया था कि 14 साल से कम उम्र के बच्चों को अनुमति नहीं है। मुझे उसे बताना पड़ा कि वह मेरे साथ नहीं आ सकती और तब उसने कहा कि यह गलत है क्योंकि मैं ही सबसे ज्यादा खुश हूं कि आपने यह पुरस्कार जीता।

‘ब्लैक’ के लिए पुरस्कार नहीं मिला तो मैं ‘निराश’ हो गयी

मुखर्जी ने स्वीकार किया कि जब उन्हें संजय लीला भंसाली की फिल्म ‘ब्लैक’ (2005) में एक बधिर और अंधी युवती की भूमिका के लिए पुरस्कार नहीं मिला था तो वे ‘निराश’ हो गयी थीं। इस फिल्म में अमिताभ बच्चन भी थे। हालांकि फिल्म ने तीन पुरस्कार जीते – अमिताभ बच्चन को सर्वश्रेष्ठ अभिनेता, सर्वश्रेष्ठ कॉस्ट्यूम डिजाइन और हिंदी में सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म। उन्होंने कहा कि मैंने ‘ब्लैक’ में काफी मेहनत की थी और उस समय मैं सिर्फ 25 साल की थी। ऐसी चर्चा थी कि मैं पुरस्कार जीतूंगी लेकिन यह नहीं मिला…। मैंने सोचा भले ही आप अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करें, लेकिन तब भी हमेशा आपके मन के अनुसार नहीं होता। रानी मुखर्जी वर्तमान में ‘मर्दानी’ फ्रेंचाइजी की तीसरी कड़ी पर काम कर रही हैं, जो 2026 में प्रदर्शित होगी।

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