दीपोत्सव-2025 का आयोजन पौराणिक, ऐतिहासिक एवं सांस्कृतिक विरासत का प्रतिनिधित्व करेगा-जयवीर सिंह - statementtodaynews.com

दीपोत्सव-2025 का आयोजन पौराणिक, ऐतिहासिक एवं सांस्कृतिक विरासत का प्रतिनिधित्व करेगा-जयवीर सिंह

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अब्दुल बासिद खान / ब्यूरो मुख्यालय : लखनऊ, उत्तर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने केन्द्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत, देशभर के कतिपय राज्यपालों, केन्द्र शासित प्रदेशों के प्रशासक, कतिपय राज्यों के  मुख्यमंत्रियों, पर्यटन एवं संस्कृति मंत्रियों, राज्य मंत्रियों तथा हिन्दू बाहुल्य देशों के प्रतिनिधियों को पत्र लिखकर अयोध्या में आयोजित दीपोत्सव-2025 दिनांक 19 अक्टूबर, 2025 को अयोध्या पधारकर नैसर्गिक एवं अलौकिक दीप प्रज्जवलन का साक्षी बनने का अनुरोध किया है। इसके अलावा उन्होंने इन महानुभावों से अपने प्रदेश के प्रतिष्ठित सांस्कृतिक दलों को इस अवसर पर कला का प्रदर्शन करने का भी आमंत्रण दिया है।

यह जानकारी देते हुए पर्यटन मंत्री ने बताया कि आमंत्रित प्रदेशों के लिए स्टाल स्थापित करने के लिए विशेष स्थान सुनिश्चित किया गया है। इन स्थानों पर विभिन्न राज्यों की कला, संस्कृति और उत्पादों का प्रदर्शन कर सकेंगे। यह अवसर आपसी सहयोग का भी सशक्त माध्यम बनेगा और एक भारत श्रेष्ठ भारत की भावना को धरातल पर उतारेगा। इसके अलावा दीपोत्सव-2025 का यह पर्व भारत की सांस्कृतिक चेतना को विश्वमंच पर स्थापित करने का एक माध्यम बनेगा।

जयवीर सिंह ने बताया कि अयोध्या की पावन भूमि मर्यादा पुरूषोत्तम भगवान श्रीराम के चरित्र और आदर्श सबके हृदय में विद्यमान है। एक बार फिर दीपों के अथाह सागर से आलोकित होने को तैयार है। उल्लेखनीय है कि 14 वर्षों के वनवास के बाद जब भगवान श्रीराम, माता सीता, लक्ष्मण एवं हनुमान के साथ अयोध्या लौटे थे तब अयोध्यावासियों ने अयोध्या को दीपो से सजाकर उनका स्वागत किया था। जिसका आलोक आकाश तक फैल गया और मानो स्वयं स्वर्ग धरती पर उतर आया हो। उसी परम्परा को आधुनिक रूप देने के लिए दीपोत्सव वर्ष 2017 से निरंतर आयोजित किया जा रहा है। अयोध्या में 17 अक्टूबर, 2025 से आयोजित पांच दिवसीय आयोजन में सांस्कृतिक कार्यक्रम, रामलीला, पारम्परिक पौराणिक प्रदर्शन, झांकियां, शोभा यात्रा और सांस्कृतिक प्रदर्शन आयोजित किये जायेगे। दिनांक 19 अक्टूबर, 2025 को दीपोत्सव के दौरान 26 लाख दीपों से राम नगरी जगमगायेगी। यह उत्सव श्रद्धा और भक्ति का अनुपम संगम है।

जयवीर सिंह ने बताया कि सनातन धर्म का पालन करने वाले हिन्दू बाहुल्य देशों यथा नेपाल, मारिसस, गुयाना, फीजी, भूटान, सूरीनाम, ट्रिनीडाड एण्ड टोबैगो, श्रीलंका, मलेशिया, इण्डोनेशिया, थाईलैण्ड, कम्बोडिया, म्यांमार आदि देशों के अध्यक्षों एवं पर्यटन एवं संस्कृति मंत्रियों को दीपोत्सव में आमंत्रित किया गया। इसके अलावा केन्द्रीय मंत्री पर्यटन एवं संस्कृति गजेन्द्र सिंह शेखावत, आन्ध्र प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति एवं सिनेमाटोग्राफी मंत्री कंदुला दुर्गेश, अरूणाचल प्रदेश के सांस्कृतिक प्रौद्योगिकी मंत्री श्रीमती दासांगलू पुल, असम के संस्कृति मंत्री बिमल बोरा, बिहार से मोतीलाल प्रसाद, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय, गोवा के पर्यटन मंत्री रोहन खाउटे को आमंत्रित किया गया है।

इसके अलावा गुजरात के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री मुलुभाई बेरा, हरियाणा के विरासत एवं पर्यटन मंत्री अरविंद कुमार शर्मा, हिमांचल के कला एवं संस्कृति मंत्री मुकेश अग्निहोत्री, झारखंड के पर्यटन कला एवं संस्कृति मंत्री सुधिव्य कुमार, कर्नाटक के संस्कृति मंत्री तंगदागी सांगप्पा शिवराज, केरल के संस्कृति मंत्री साजी चेरीयन, मध्य प्रदेश के पर्यटन संस्कृति एवं धार्मिक न्यास मंत्री धर्मेन्द्र सिंह लोधी, महाराष्ट्र के कला एवं संस्कृति मंत्री आशीष शेलर, मणिपुर निदेशक कला एवं संस्कृति विभाग, मेघालय संस्कृति मंत्री सैंबोर शुल्लई, मिजोरम के कला एवं संस्कृति मंत्री पु.सी. ललसाविदुंगा को आमंत्रित किया गया है।

पर्यटन मंत्री ने बताया कि नागालैंड के कला एवं संस्कृति सलाहकार के0 कॉन्गम कोन्याक, ओडिशा से सूर्यवंशी सुरज, पंजाब से तरूणप्रीत सिंह सोंध, राजस्थान के उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी, सिक्किम जी.टी. धुंगेल, तमिलनाडु से आर0 राजेन्द्रन, तेलंगाना से जुप्पल्ली कृष्णा राव, त्रिपुरा के मुख्यमंत्री डा0 माणिक साहा, उत्तराखंड से सतपाल महराज, पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, दिल्ली के संस्कृति मंत्री कपिल मिश्रा, अण्डबार एवं निकोबार द्वीप समूह के उपराज्यपाल देवेंद्र कुमार जोशी, दादरा और नगर हबेली तथा दमन और दीव से प्रफुल पटेल, जम्मू और कश्मीर के मुख्यमंत्री  उमर अब्दुल्ला, लक्षद्वीप प्रफुल पटेल प्रशासक, पुडुचेरी पर्यटन मंत्री के0 लक्षमीनारायण, लद्दाख से कविन्दर गुप्ता को आमंत्रित किया गया है।

उन्होंने बताया कि यह धार्मिक एवं पौराणिक आयोजन आस्था के साथ सांस्कृतिक राष्ट्रवाद का पुनर्जागरण है। दीपोत्सव-2025 के दिव्य एवं भव्य आयोजन बनाने के लिए उ0प्र0 सरकार योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में एक रिकार्ड बनाने जा रही है। यह आयोजन सभी महानुभावों के सहयोग से ही संभव हो पायेगा। इसलिए देश विदेश से आमंत्रित प्रतिनिधि उ0प्र0 आकर इस कार्यक्रम की शोभा बढ़ाने का कष्ट करें।

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